आप में से बहुत लोग यह जरूर जानना चाहते होंगे कि आपके पैसे के लिए आखिर में सरकारी बैंक या फिर प्राइवेट बैंक दोनों में से कौन से बैंक आपके पैसे रखने के लिए सुरक्षित है यह जानकारी देने से पहले आपको बता देना चाहता हूं के हम लोग सिर्फ एक चीज से यह फैसला नहीं करेंगे कि यहां बैंक सुरक्षित है पर के अलग-अलग फील्ड में हम लोग चेक करेंगे कि सबसे अच्छा बैंक कौन सा होता है जैसे कि सबसे ज्यादा रोजगार कौन सी बैंक देती है यह सबसे ज्यादा कौन सा बैंक का पैसा डूबता है और दोनों में से कौन सा बैंक सबसे ज्यादा प्रॉफिट करता है आज अजंता किस पर सबसे ज्यादा भरोसा करती है और लास्ट में आपको बताऊंगा कि आपके पैसे रखने के लिए कौन सा बैंक safe है.
पिछले 10 से 15 सालों में किसकी कर्मचारी घटी है और किसकी बड़ी है|
अगर हम दो बैंकों की बात करें तो सबसे ज्यादा सरकारी बैंकों में कर्मचारी करते हैं और प्राइवेट बैंक में कर्मचारी बड़े हैं इसका एक कारण है कि सरकारी बैंक कम है सैलरी गवर्नमेंट बैंक से बहुत ही ज्यादा होती है अगर 10 से 15 सालों की बात की जाए तो सरकारी बैंकों के कर्मचारी ने प्राइवेट बैंकों को ज्वाइन कर लिया है इसी कारण सरकारी बैंकों का कर्मचारी घर है और प्राइवेट बैंकों के कर्मचारी लगातार बढ़ता जा रहा है
क्या आप जानते हैं कि बैंक किस तरीके से प्रॉफिट करते हैं|
1. बहुत लोग यह भी सोच रहे होंगे कि कि इसमें कोई बड़ी बात नहीं है आखिर में बैंक कैसे कमाता है क्या सभी को पता है लेकिन ऐसा बात नहीं है मैं आपको बहुत ही अंदर का बात बताऊंगा कि बैंक वाले कैसे कमाते हैं जिसके बारे में आम इंसान को पता नहीं होता सबसे पहले हम लोग जानते हैं कि बैंक वाले प्रॉफिट कैसे करते हैं जिस बैंक में current account और saving account यह दोनों अकाउंट सबसे ज्यादा होंगे वह बैंक सबसे ज्यादा कमाती है क्योंकि जितने भी लोग FD कराते हैं उस पर बैंक वाले खुद थोड़ा घाटा हो जाता है क्योंकि उसे में इंटरेस्ट ज्यादा देना पड़ता है लेकिन जब भी कोई व्यक्ति current account और saving account खुलते है तो उसमें कितना interest देना पड़ता है बैंक saving account में दो से तीन परसेंट और करंट अकाउंट में तो 0% इंटरेस्ट देता हैं
2. Assets पहले हम लोग जानते Assets क्या होता है बैंक के लिए एसिड का मतलब जब भी बैंक किसी को लोन देती है उसे बैंक वाले Assets कहते हैं चलिए देखते हैं कि किसने सबसे ज्यादा लोन दिया है सरकारी ने या फिर प्राइवेट बैंक वाले ने
3. Quality अब Quality क्या होती है सिंपल क्वालिटी का मतलब यह होती है कि अगर बैंक वाले ने कितना लोन दिया और बैंक ने जिसको लोन दिया उन सभी ने उस लोन को चुका पाया या नहीं जैसे मान लीजिए के बैंक ने 100 लोगों को लोन दिया इसमें से सिर्फ 90 लोगों ने लांच किया बाकी के 10 भाग गए तो इसका मतलब हुआ कि 90 परसेंट क्वालिटी ऐसैट्स है
4. सरकारी बैंक में 2018 मार्च में 14.6% debt हो जाते थे यानी कि बैंक के ₹100 में से 14.60 रुपया डूब जाते थे लेकिन अगर 2022 की बात करें तो या परसेंटेज बहुत घटा है घाट के 9 से 10 परसेंट तक आ गया है
5. प्राइवेट बैंक के बात किया जाए कि 2022 में इस बैंक के कितने पैसे डूबते हैं तो ₹100 में से सिर्फ पांच से 6 परसेंट ही पैसे डूबते हैं या परसेंटेज सरकारी बैंकों से बहुत ही ज्यादा कम है यानी कि इस मामले में सरकारी बैंक से अच्छा प्राइवेट बैंक है
आप जानते हैं कि सबसे ज्यादा प्रॉफिट कौन सी बैंक की होती है|
इन सारे इंफॉर्मेशन से आपको पता चली गया को कि सबसे ज्यादा प्रॉफिट कौन सा बैंक करती है तब भी मैं आपको बता देता हूं इन दोनों बैंकों में से सबसे ज्यादा प्रॉफिट प्राइवेट बैंक वाले करते हैं कैसे मैं को बताता हूं तीन कारण है
1 सबसे पहला कार्य है कि जो प्राइवेट बैंक होते हैं वह अपने किसी भी सेविंग अकाउंट या करंट अकाउंट खुलवाने के लिए कम से कम 10000 से लेकर 25 हजार तक कम से कम अकाउंट में पैसे होना चाहिए या फिर से भी ज्यादा वह लोग अमाउंट को जमा करवाते हैं तभी आपके बैंक अकाउंट खुल सकते हैं नहीं तो नहीं खोलेंगे
आप जानते हैं कि सरकारी बैंक वाले घाटे में क्यों रहते हैं क्योंकि यह सभी कस्टमर का अकाउंट किसी के जीरो अमाउंट में किसी का 1 हजार रुपया में किसी का 10000 में करंट अकाउंट ही खोल देती है इसलिए इस बैंक के पास पैसे से ज्यादा खाते खुले होते हैं
2 प्राइवेट बैंक वाले अपने किसी भी अपने किसी कस्टमर को छोड़ते नहीं है अगर वह बैंक के साथ कोई भी तरीके से चीटिंग करता है तो उससे प्राइवेट बैंक वाले किसी भी तरीके से पैसे वसूल कर लेते हैं
लेकिन अगर सरकारी बैंक की बात की जाए तो वह बैंक बहुत से लोन को माफ कर दिया जाता है बड़े-बड़े नेताओं के दबाव के कारण बहुत लोग को लोन दिया जाता है जो कि वापस नहीं करना चाहते हैं और पैसे लेकर भाग जाते हैं ऐसे बड़े बड़े लोग पैसे लेकर भाग गए हैं सरकार उसे माफ भी कर देती है
3. अगर चार्जेस के मामले में प्राइवेट बैंकों की बात की जाए तो उससे बड़ा कोई कंजूस नहीं क्योंकि प्राइवेटबैंक आपके हर छोटी-छोटी गलतियों पर बड़े-बड़े चार्जेस काटते हैं वह आपकी गलती ढूंढते रहते हैं कि आप कहा गलती करो कहा वह चार्जेस काट ले कोई कोई गलती पर आपसे डबल रिचार्जेस काट लेता है इसीलिए इसका प्रॉफिट अधिक होती है
4. अगर कोई भी चार्ज के बारे में सरकारी बैंक की बात की जाए तो यह कोई उतना कोई चार्जेस नहीं काटता है यह सभी चीजों के लिए एक सीमित कैसे काटती है जैसे कि मान लीजिए आपको चेक बुक, पासबुक, एटीएम कार्ड आदि कोई भी चार्ज है बहुत ही छोटा रहता है इसलिए बैंक ज्यादा प्रॉफिट नहीं कर पाती है.